इस देश मे जानते हैं सबसे बड़ी समस्या क्या है हर व्यक्ति से पूँछों तो वह अपने आप को महा ईमानदार कहता है, अब प्रश्न ये है कि बेईमान कौन है।
आज से नही वरन अनादि काल से वर्णव्यवस्था में टॉप पर कौन रहा है,
अगर हमारा भारत प्राचीन है और व्यवस्था हमेशा अग्रिम पंक्ति में रही है ,तो इसका मतलब है निम्न पंक्तियों को कभी ऊपर उठाने के प्रयास ही नही हुए,
होते भी क्यों क्योंकि राजाओं को समरसता नही गुलाम चाहिए।
आज सबसे ज्यादा भृस्टाचार में कौन सी पंक्ति के लोग लीन हैं यह बताने की आवश्यकता नही सब को विदित है।
जो बोलते हैं उन्हें जातिवाद का लेवल लगा दिया जाता है धर्म विरोधी कहा जाता है,
ठीक है हम नही बोलते तो क्या धर्म का काम नही है कि लोगों का जीवन स्तर सुधारे,देश मे समरसता लाये।
खैर मेरी बातों से वैसे भी लोगों का मूड खराब होता है क्योंकि सच कोई कहना नही चाहता न कोई सुनना।
वन्दे मातरम
जय जवान जय किसान
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