झूठों को भी ईद मुबारक, सच्चों को भी ईद मुबारक।
धर्म नशे में डूबे हैं जो उन बच्चों को ईद मुबारक।।
मुख में राम बगल में छुरी धर्म ध्वजा जो थामे घूमें।
धर्म समझ न आता जिनको उनको भी हो ईद मुबारक।।
पंडों को भी ईद मुबारक, चच्चों को भी ईद मुबारक।
कल के पैदा नए-नए इन, बच्चों को भी ईद मुबारक।।
बात बात में तलवारों से एक दूसरे को जो काटें।
कटने वाले समझ न पाते, उन पगलों को ईद मुबारक।।
मंदिर वंही बनाते फिरते, उनको भी हो ईद मुबारक।
लाशों पर चुप हो जाते हैं, उनको भी हो ईद मुबारक।।
राजनीति की रोटी खातिर, दंगों को भड़का देते हैं।
भड़क भड़क के लड़ मरते हैं, भेड़ों को भी ईद मुबारक।।
#eidmubarak
©®योगेश योगी किसान
#काले_कानून_वापस_लो
#फसलों_के_फैसले_किसान_करेगा
#एमएसपी_गारंटी_कानून_चाहिए
#स्वामीनाथन_रिपोर्ट_लागू_करो
#निजीकरण_बंद_करो
#भ्रष्टाचार_बंद_करो
#तीसरी_आजादी
#farmersprotest
#BanEVM_SaveFarmers
फ़ोटो-दैनिक भास्कर
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें