ये हैं पूंजीपतियों का विश्व बनाने का सपना, विकसित और विकासशील देशों को बनाने में हम मानवता को दफन कर चुके हैं ,तन पर छाल लपेटे हुए हमारे पूर्वज, जिन्हें आज की दुनिया मे नंगा कहा जाता है, वह बहुत सभ्य और शालीन थे! अरे नंगे तो तुम लोग हो जिनकी भावनाएं पैसों और तरक्की के बोझ तले दबकर सिसकियाँ लेती हैं, तुम्हारे उत्थान ने इंसानियत को शर्मशार कर दिया है ।आज मानवता का भविष्य ही खत्म होता दिख रहा है,झूठी आकांछा,झूठा रौब झाड़कर मासूम बच्चों की लाशों के ढेर लगाकर कौन सी तरक्की की ओर जा रहे हो कौन से विश्व की कल्पना कर रहे हो,कभी सोचा है कि तुम्हारी इस नापाक सोच ने कितने मासूमों का कत्ल किया है,कत्ल नही किया तुमने हैवानियत का वो नंगा नाच किया है जिसे देखकर शैतान भी शर्म से धरातल में चला जाय, लेकिन तुम क्यों जाओगे तुम्हे तो चाँद में जाना है मंगल में जाना है वँहा जीवन की संभावना तलाशना है फिर वँहा इंसानी बस्तियां बनाना है,क्या करोगे बस्तियाँ बनाकर भला तुम,जब तुम बसी हुई बस्तियों के दुश्मन हो उन्हें विकसित करने की जगह उन्हें विनासित करने में लगे हो ,भला कैसे यकीन हो कि तुम चाँद, मंगल पर घर बसाओगे, आज तुम जिसे तरक्की कहते हो वह तरक्की नही हैं,तरक्की होती है भूखे को खाना खिलाना गिरते को उठाना,मरते को बचाना लेकिन तुमने किया क्या है,इसका उल्टा ! आश्चर्य होता है कि लोग तुम्हे महाशक्ति कहते हैं तुममे शक्ति लायक कुछ नही है? तुम कायर हो ,शक्तिवान वो होता है जो दूसरों की रक्षा करता है, जीवन लेने वाला कभी शक्तिवान नही हो सकता, याद रखना तुम्हारा ये अहम तुम्हे इतना भारी पड़ेगा कि दुनिया से इंसानियत खत्म हो जाएगी फिर रह लेना अकेले और जीत लेना विश्व ,बन जाना विश्व विजेता, जिस तरह सिकंदर, बाबर, हिटलर ने सपना देखा था? पर ये क्यों भूलते हो वो जब दुनिया से गए थे खाली हाथ थे,मुझे याद है मेरे बाबा मुझे सिकंदर की कहानी सुनाते थे तब उसमे एक प्रसंग था? जब सिकंदर मरने वाला था, उसने कहा था मुझे कब्र में दफनाना तो मेरे दोनों हाथों की हथेलियों को बाहर रखना ताकि दुनिया देख सके कि सब कुछ जीत के भी मैं हार गया? मैंने बचपन मे ही सीख लिया, तुम महाशक्ति बनने के बाद भी अनभिज्ञ हो,हो या बनते हो? शातिर हो तुम, तुम्हारा यही शातिरपन दुनिया के विनाश के लिए ज़िम्मेदार होगा ,याद रखना!मानवता के हत्यारे!
लेख सर्वाधिकार सुरक्षित
प्रकाशनार्थ
©® लोधी योगेश मणि योगी
www.yogeshmanisinghlodhi.blogspot.in
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