सोये हुए #शृगालो जागो तुम्हे जगाने आया हूँ,
राष्ट्र भक्ति है खून से लथपथ यही बताने आया हूँ,
सीमा पर सैनिक मरता है दिल्ली की कमजोरी से,
भारत माँ बर्बाद हुई है नेताओं की चोरी से,
भूमिपुत्र की मौत की केवल दिल्ली जिम्म्मेदार है,
माँ बहनों की इज़्ज़त लुटाती कैसा ये व्यभिचार है,
आतंकी पाले हैं तुमने कायरता के पिंजरों में,
मंत्री संत्री व्यस्त मिले हैं कोठे वाले मुजरों में,
वोटबैंक की राजनीति का अब तो दफन जरूरी है,
जातिवाद और वर्ण व्यवस्था पर भी कफन जरूरी है,
कश्मीर और कर्नाटक क्या और अभी कुछ बाकी है,
इन जहरीले सापों के फन कुचले जाना बाकी है,
हर आफिस पर भृस्टाचारी अजगर पले हुए हैं जी!
तनिक झाँक लो महलों से कितने काम रुके हैं जी?
कश्मीर के मुद्दे पर खुलकर बोलो तुम चुप क्यों हो?
एक के बदले 10 सर पर कुछ तो बोलो तुम चुप क्यों हो?
राष्ट्रभक्ति का छद्म दिखावा और नही चलने वाला,
60 साल से छला गया है और नहीं छलने वाला,
सत्ता ही गर प्यारी थी तो कांग्रेस ही ठीक थी?
कम से कम देश को उससे न कोई उम्मीद थी ?
56 इंची सीना तेरा रोज सिकुड़ता जाता है,
दुश्मन के मुद्दों पर निंदा अपनो को धमकाता है ,
राजनीति को व्यापार का साधन मत बन जाने दो,
देश को फिर से पहले जैसा कायर मत बन जाने दो,
राष्ट्र भक्ति है खून से लथपथ यही बताने आया हूँ,
सीमा पर सैनिक मरता है दिल्ली की कमजोरी से,
भारत माँ बर्बाद हुई है नेताओं की चोरी से,
भूमिपुत्र की मौत की केवल दिल्ली जिम्म्मेदार है,
माँ बहनों की इज़्ज़त लुटाती कैसा ये व्यभिचार है,
आतंकी पाले हैं तुमने कायरता के पिंजरों में,
मंत्री संत्री व्यस्त मिले हैं कोठे वाले मुजरों में,
वोटबैंक की राजनीति का अब तो दफन जरूरी है,
जातिवाद और वर्ण व्यवस्था पर भी कफन जरूरी है,
कश्मीर और कर्नाटक क्या और अभी कुछ बाकी है,
इन जहरीले सापों के फन कुचले जाना बाकी है,
हर आफिस पर भृस्टाचारी अजगर पले हुए हैं जी!
तनिक झाँक लो महलों से कितने काम रुके हैं जी?
कश्मीर के मुद्दे पर खुलकर बोलो तुम चुप क्यों हो?
एक के बदले 10 सर पर कुछ तो बोलो तुम चुप क्यों हो?
राष्ट्रभक्ति का छद्म दिखावा और नही चलने वाला,
60 साल से छला गया है और नहीं छलने वाला,
सत्ता ही गर प्यारी थी तो कांग्रेस ही ठीक थी?
कम से कम देश को उससे न कोई उम्मीद थी ?
56 इंची सीना तेरा रोज सिकुड़ता जाता है,
दुश्मन के मुद्दों पर निंदा अपनो को धमकाता है ,
राजनीति को व्यापार का साधन मत बन जाने दो,
देश को फिर से पहले जैसा कायर मत बन जाने दो,
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