#किसानों से लगातार बेरुखी देश का #अन्नदाता मर रहा है,जो वादा हुआ आज तक नही निभाया गया , सिर्फ उद्योगपतियों के लिए दनादन फैसले,
किसानों का दर्द क्या दर्द नही है???
खैर महलों वालों से अपेक्षा ही क्या??
महबूबा को कभी चीन को जाकर गले लगाते हो,
छाती पर रखकर किसान की हरी चीनी ले आते हो,
इतने निर्मम इतने निर्दयी कैसे तानाशाह बने,
मंचों से जो वादे करते सबके सब उपहास बने,
देश की खतिर जीता मरता वही आज परेशान है,
पूँछ रही थी भारत माता क्या मोदी इंसान है,
भूमिपुत्र की हालात पर क्यों तुमको तरस नही आती,
सीना 56 सिकुड़ा कैसा तुमको शरम नहीं आती,
बुलडोजर चलवा दो सबपर कहो किसानी बंद करें,
हाथों में ले हथियारों को खुद अपना प्रबंध करें,
किसानो के पैरों की तुम धूल नही हो मोदी जी,
किसने तुमको सत्ता सौंपी भूल रहे हो मोदी जी,
सर्वाधिकार सुरक्षित
मूलरूप में ही शेयर करें,
©®लोधी योगेश योगी 'किसान'
किसानों का दर्द क्या दर्द नही है???
खैर महलों वालों से अपेक्षा ही क्या??
महबूबा को कभी चीन को जाकर गले लगाते हो,
छाती पर रखकर किसान की हरी चीनी ले आते हो,
इतने निर्मम इतने निर्दयी कैसे तानाशाह बने,
मंचों से जो वादे करते सबके सब उपहास बने,
देश की खतिर जीता मरता वही आज परेशान है,
पूँछ रही थी भारत माता क्या मोदी इंसान है,
भूमिपुत्र की हालात पर क्यों तुमको तरस नही आती,
सीना 56 सिकुड़ा कैसा तुमको शरम नहीं आती,
बुलडोजर चलवा दो सबपर कहो किसानी बंद करें,
हाथों में ले हथियारों को खुद अपना प्रबंध करें,
किसानो के पैरों की तुम धूल नही हो मोदी जी,
किसने तुमको सत्ता सौंपी भूल रहे हो मोदी जी,
सर्वाधिकार सुरक्षित
मूलरूप में ही शेयर करें,
©®लोधी योगेश योगी 'किसान'
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें