शुक्रवार, 14 मई 2021

ईद मुबारक #Eidmubarak

 

झूठों को भी ईद मुबारक, सच्चों को भी ईद मुबारक।
धर्म नशे में डूबे हैं जो उन बच्चों को ईद मुबारक।।
मुख में राम बगल में छुरी धर्म ध्वजा जो थामे घूमें।
धर्म समझ न आता जिनको उनको भी हो ईद मुबारक।।

पंडों को भी ईद मुबारक, चच्चों को भी ईद मुबारक।
कल के पैदा नए-नए इन, बच्चों को भी ईद मुबारक।।
बात बात में तलवारों से एक दूसरे को जो काटें।
कटने वाले समझ न पाते, उन पगलों को ईद मुबारक।।

मंदिर वंही बनाते फिरते, उनको भी हो ईद मुबारक।
लाशों पर चुप हो जाते हैं, उनको भी हो ईद मुबारक।।
राजनीति की रोटी खातिर, दंगों को भड़का देते हैं।
भड़क भड़क के लड़ मरते हैं, भेड़ों को भी ईद मुबारक।।

#eidmubarak

©®योगेश योगी किसान
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फ़ोटो-दैनिक भास्कर

बुधवार, 17 मार्च 2021

राष्ट्रवादी कोरोना

 

कोरोना ने सरकार को पत्र भेज कर कहा है कि वह सरकार का पूर्ण रूपेण समर्थन करता है, सरकार के हर फैसले को राष्ट्रवादी फैसला मानते हुए वह कदम से कदम मिलाकर साथ देगा, उसने तो ये तक कहा है कि यदि सरकार अपनी सहमति दे दे की   अब देश मे कोई चुनाव नहीं होंगे और वर्तमान सरकार ही अंतिम सरकार होगी तो वह भारत मे लोकडाउन के माध्यम से लोगों को डरा कर राष्ट्रवादी सर्टिफिकेट का प्रथम हकदार बनने का एक प्रयत्न कर सकता है। कोरोना ने अपने जारी किए गए एक नोटाराइज शपथ पत्र में यँहा तक बयान किया है कि कोरोना स्ट्रेन के द्वारा वह लोगों को भयभीत कर उनकी खटिया खड़ी और बिस्तर गोल कर सकता है। पत्रकार वार्ता के दौरान एक प्रश्न के जवाब में कि क्या कोरोना सरकार के साथ मिला हुआ है? पर उसने अपना रुख स्पष्ट करते हुए कहा है कि सत्तर सालों में ऐसी राष्ट्रवादी सरकार पहली बार आई है जिसने रोजगार, व्यापार, किसानी, आमदानी आदि में इतनी तरक्की दी है जिसका वर्णन करने के लिए उसके आउटर सेल में शब्दकोश कम पड़ जायेंगे और सरकार ऐसे ही इन सबमे तरक्की करती रहे उसके लिए उसका सरकार के साथ गठजोड़ बना रहना नितान्त आवश्यक है। एक गोदी मीडिया के पत्रकार द्वारा प्रश्न पूछें जाने पर की क्या थाली ताली से उसकी आउटर सेल टूट गई है और कोरोना का वायरस निष्क्रिय हो गया है? का जवाब देते हुए उसने कहा कि वह एक राष्ट्रवादी वायरस है गौमूत्र, थाली, ताली आदि का सम्मान करता है और इतना सम्मान करता है कि इतने सारे लोगों का प्रेम देखते हुए उसने फैसला किया है कि अब वह भारत टाओबेट की आर्थिक व्यवस्था को सुदृढ करेगा। एक और सवाल की क्या उसने राष्ट्रवादी पार्टी जॉइन कर ली है का जवाब देते हुए उसने कहा कि यह अफवाह है और यह विरोधियों की साजिश है वह उसे बिना वैक्सीन के खत्म करने का नापाक षड्यंत्र रच रहे हैं जिसे किसी कीमत पर पूरा नहीं होने दिया जाएगा, इतना कहकर उसने नए राज्य के चुनावों पर अपनी रणनीति बनाने की बात कहते हुए  कमल के फूल के आकार वाले उडनखटोले में बैठ कर प्रस्थान कर लिया।

©®योगेश योगी किसान

शनिवार, 13 फ़रवरी 2021

पुलवामा हमले पर

 जिन जवानों के लहू से रक्तरंजित हो धरा।

वो धरा एहसान उनका न चुका पाए कभी।।

ढूंढते थे दुश्मनों को सरहदों के पार हम।

अब मिले हैं वतन में ही दर्द किससे क्या कहें।।


एक के बदले दस सिर वाले जुमले अब बकवास हुए।

जिनके सर लाना था उनको उनके ही वो खास हुए।।

किसी ने बेटा किसी ने भाई किसी ने पति को खोया था।

उस दिन देश का बच्चा बच्चा खून के आँसू रोया था।।

कुछ हैवानों ने ताबूतों को वोटों में बदल दिया।

और शहीदों की थाती को हँसते हँसते निगल लिया।।

गर किसान के बेटे सोचो सीमा पर न जायेंगे।

क्या नेता व्यापारी मरने अपने पूत ले जाएंगे।। 

आखिर कब तक गद्दी खातिर ये जवान किसान मरें।

सत्ताओं को जिम्मा है पर घटिया सबसे काम करें।।

सच लिखने की हिम्मत मुझमें भले रासुका लग जाये।

कलम मेरी अधिकार लिखेगी सीने गोली चल जाये।।


पुलवामा में शहीद सभी 40 जवानों के चरणों मे शत शत नमन, हमले की ईमान वाली न्यायिक जाँच की आस में, साथ ही पैरामिलिट्री को मुँह से शहीद का दर्जा नहीं कागज में भी शहीद का दर्जा मिले।

🌾🌾🇮🇳🇮🇳


हम ही किसान हैं।

हम ही जवान हैं।।


©®योगेश योगी किसान


#FarmersProtest

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शुक्रवार, 4 दिसंबर 2020

सुने ले सत्ता कान खोलकर तुझे चेताने आये हैं

 

धरती पुत्र के दिल की पीड़ा तुझे दिखाने आए हैं।
सुन ले सत्ता कान खोलकर, तुझे चेताने आए हैं।।

कितने किस्से बोलो कह दें, सत्ता की नाकामी के।
सत्ता जाकर गोदी बैठी, अडानी अंबानी के।।
तीन कानूनों को तेरे हम, नहीं मानने वाले हैं।
हमने जग का पेट भरा है, सुन ले हिम्मतवाले हैं।।
कुम्भकर्ण सी निद्रा से हम तुझे जगाने आये हैं।
      सुन ले सत्ता कान.....

आज सड़क से अन्न का दाता, हक तुझसे है माँग रहा।
शर्म न आती इन पर कैनन, और बंदूकें तान रहा।।
गड्ढे ,फेंसिंग, और कंटीली, तारों को बुनवाया है।
बाप की हत्या खातिर उसके, बेटे तूने लगाया है।।
षड्यंत्री है बुद्धि तेरी यही बताने आये हैं।
  सुन ले सत्ता कान....

हम किसान हैं तुमने हमको, आतंकी परिभाषा दी।
सत्ता में आने से पहले, झूठी कई दिलासा दी।
राष्ट्रवाद का चोला ओढ़े, मनमर्जी को झोंक रहे।
उसी आग में अन्न के दाता, को ज़िंदा ही झोंक रहे।।
एमएसपी का एक्ट बनाओ ये समझाने आये हैं।
    सुन ले सत्ता कान...

मंदिर मस्जिद तुमको भाता, राजनीति बस इतनी हैं।
खुद के गिरेबान में झाँको, औक़ातें ही कितनी हैं।।
सत्ता की चाबी का ताला, धर्म की कुंजी से खोलो।
देश मे बाकी मरे सो मरता, उसपे न तुम कुछ बोलो।।
दोगलपन कितना है तुममें वही दिखाने आये हैं।
   सुन ले सत्ता कान.....

बार बार तो माफ किया है, अबकी ही इंसाफ मिले।
घाव किसानों के भर दे जो, हमको लिखित जवाब मिले।।
सारी फसलों की कीमत, अबसे तय स्वयं किसान करें।
एमएसपी से कम न बेंचे, अन्न का वो  सम्मान करें।।
अंतिम ये पैगाम हमारा तुम्हें सुनाने आये हैं।
    सुन ले सत्ता कान.....

अगर नहीं हो पाया ऐसा, जंग नई छिड़ जाएगी।
इन हिंदुस्तानी अंग्रेजों की, कब्रें खोदी जायेगीं।।
व्यापारी हम पर हावी हैं, और नहीं चल पाएगा।
आखिर हल का मालिक अपने, हल को कैसे पायेगा।।
छोड़ गुलामी व्यापारी की यही सिखाने आये हैं।
   सुनले सत्ता कान.....

©®योगेश योगी किसान

किसान आंदोलन 26 नवम्बर से ...के समर्थन में

शुक्रवार, 11 सितंबर 2020

काला गेँहू black wheat

 #


काले गेहूं के फायदें।

  आमतौर पर देश में लोकमन या शरबती गेहूं से बनी रोटी खाई जाती है। लेकिन, क्या आपको पता है गेहूं की एक वेरायटी काले गेहूं के रूप में भी आती है। काले गेहूं के आंटे से बनी चपाती का रंग भले ही देखने में काला व भूरा होने के कारण अलग लगता है, लेकिन ये सेहत के लिए बहुत लाभकारी होता है। इसका स्वाद में भी कोई सानी नहीं है।

खासतौर पर सर्दियों में ये डॉइबिटीज, ब्लड प्रेशर और दिल के मरीजों के लिए बहुत लाभकारी होता है। सामान्य गेहूं के मुकाबले जहां इसमें एंटी ग्लूकोज तत्व ज्यादा होते हैं, जिसके कारण ये शुगर के मरीजों के लिए फायदेमंद होता है, वहीं ये ब्लड सर्कुलेशन भी सामान्य बनाए रखता है, जिससे दिल भी स्वस्थ रहता है।


कई दवाओं से बचाता है काला गेहूं


वैसे तो काले गेहूं का सेवन हर मौसम में किया जा सकता है, क्योंकि इसमें एंटी ऑक्सिडेंट्स तत्व भरपूर मात्रा में होते हैं, जो आपको हर मौसम में फिट एंड हेल्दी रखता है। ऐसे में अगर आप दवाओं से बचे रहकर खुद को कई गंभीर और सामान्य बीमारियों से बचाए रखना चाहते हैं, तो नियमित रूप से काले गेहूं के आटे से बनी रोटी खा सकते हैं। तो आइए पहले जान लेते हैं क्या होता है काला गेहूं ? और क्या हैं इसके फायदे?


क्या हैं काले गेहूं ?


काला गेहूं , सामान्य दिखने वाले गेहूं की ही तरह एक अनाज होता है, जिसकी चपाती खाई जाती है। पंजाब के नाबी नामक एक इंस्टिट्यूट ने अपने 7 साल के लंबे रिसर्च के बाद इसकी खोज की है।


-दिल से रोगों को रखता है दूर


काले गेहूं का सेवन करने से दिल की बीमारियों के होने का खतरा कम होता है, क्योंकि काले गेहूं में ट्राइग्लिसराइड तत्व मौजूद होते हैं। इसके अलावा काले गेहूं में मौजूद मैग्नीशियम उच्च मात्रा में पाया जाता है, जिससे शरीर में कोलेस्ट्राल का स्तर को सामान्य बना रहता है।


-कब्ज दूर करे


काले गेहूं का नियमित सेवन करने से शरीर को सही मात्रा में फाइबर प्राप्त होता है जिससे पेट के रोगों खासकर कब्ज में लाभ मिलता है।


-पेट के कैंसर में फायदा


काले गेहूं में मौजूद फाइबर से पाचन तंत्र मजबूत होता है और पाचन संबंधी समस्याओं के अलावा पेट के कैंसर से भी निजात मिलती है।


-हाई ब्लड प्रेशर में लाभ


इसके नियमित सेवन करने से शरीर में उच्च कोलेस्ट्रॉल में उपयोगी होने के अलावा, उच्च रक्तचाप को नियंत्रित करने में कारगर होता है


-डायबिटीज में असरदार


मधुमेह वाले लोगों के लिए सबसे उपयोगी होता है क्योंकि इसका सेवन करने से रक्त शर्करा यानि ब्लड शुगर को कम करने में मदद मिलती है।


-आंतों का इंफेक्शन करे खत्म


रोजाना काले गेहूं का अलग अलग रूपों में सेवन करने से शरीर में फाइबर का स्तर बेहतर होता है और आंतों के इंफेक्शन को ठीक करने में मदद मिलती है


-नए ऊतकों को बनाने में कागर


काले गेहूं में मौजूद जरूरी पौषक तत्वों में से एक फास्फोरस भी होता है, जो शरीर में नए ऊतकों को बनाने के साथ उनके रखरखाव में अहम भूमिका निभाता है जिससे शरीर सुचारु रुप से कार्य कर सके।


-एनीमिया


काले गेहूं में प्रोटीन, मैग्नीशियम के अलावा आयरन भी भरपूर मात्रा में पाया जाता है । ऐसे में अगर आप रोजाना काले गेहूं का सेवन करते हैं, तो शरीर में रक्त की कमी यानि एनिमिया की बीमारी को दूर किया जा सकता है। इससे शरीर में आक्सीजन का स्तर सही रहता है।


-शरीर के विकास में मदद


काले गेहूं यानि साबुत अनाज में मैंगनीज उच्च मात्रा में पाया जाता है, मैंगनीज स्वस्थ चयापचय, विकास और शरीर के एंटीऑक्सिडेंट सुरक्षा के लिए आवश्यक भूमिका निभाता है।


-कोलेस्ट्राल को कम करता है


काले गेहूं में असंतृप्त वसीय अम्ल और फाइबर उच्च मात्रा में पाया जाता है। ऐसे नियमित रूप से काले गेहूं का सेवन तब उपयोगी होता है जब वे रक्त में कोलेस्ट्रॉल और ट्राइग्लिसराइड्स के उच्च स्तर पर मौजूद होते हैं। एलडीएल कोलेस्ट्रॉल और ट्राइग्लिसराइड्स को कम करने में प्रभावी साबित होता।


-काले गेहूं के पौषक तत्व


साबुत अनाज में मौजूद पोषण मूल्य कई पके अनाजों की तुलना में काफी अधिक है। कच्चे अनाज की 3.5 औंस (100 ग्राम) में पोषण तथ्य होते हैं....


कैलोरी: 343


पानी: 10%


प्रोटीन: 13.3 ग्राम


कार्ब्स: 71.5 ग्राम


चीनी: 0 ग्राम


फाइबर: 10 ग्राम


वसा: 3.4 ग्राम


कार्बोहाइड्रेट


काले गेहूं का उपयोग


काले गेहूं का उपयोग अनाज चाय में किया जाता है या इसे ग्रेट्स, आटा और नूडल्स के रूप में प्रयोग किया जाता है। जबकि कई यूरोपीय और एशियाई देशो में पारंपरिक व्यंजनों में मुख्य पदार्थ यानि चावल के रूप में भी इसका इस्तेमाल किया जा सकता है। वर्तमान समय में देश में इसका उत्पादन अभी काफी कम है। बाजार में इसका औसत दाम ₹6000 प्रति क्विंटल से भी अधिक है।

©आवाज एक पहल

लवकुश


शुक्रवार, 10 जुलाई 2020

गीत- मैं कोई कविता सुनाना चाहता हूं

मैं कोई कविता सुनाना चाहता हूं
भावना को गुनगुनाना चाहता हूँ

शारदे के वंसजों के बीच आकर
खुद को मैं भी आजमाना चाहता हूँ
छंद बिखरे शब्द बिखरे हों भले ही,
बात दिल की मैं बताना चाहता हूँ,
भावना को...

आईने मैंने बहुत देखे बिखरते,
टूटकर मैं अब निखरना चाहता हूँ,
चन्द आखर हों भले ही लाइनों में,
भाव से दिल में उतरना चाहता हूँ,
भावना को....

कलम का छोटा सिपाही हूँ बहुत ही,
उसकी इज़्ज़त मैं बचाना चाहता हूँ,
मंच वैभव की नहीं है भूख मुझको,
मैं दिलों में आसरा एक चाहता हूं,
भावना को....

मानता हूँ साधना आसां नही ये,
पर उसी में डूब जाना चाहता हूँ,
फक्र है मुझको भले ही चन्द सुनते,
बस उन्हीं को मैं सुनाना चाहता हूँ,
भावना को.....


©®योगेश योगी किसान
सर्वाधिकार सुरक्षित

घनाक्षरी छंद- किसान को समर्पित

घनाक्षरी छंद
*1*
अन्न उपजाता थाली खाली तेरी भरता है,
देश मे किसानों को सम्मान मिलना चाहिये,
जिसने भरा हो पेट सदा सारे भारत का,
उसपे भी हमें अभिमान होना चाहिये,
मंडी में क्यों दाम नहीं मिलते अनाज के हैं,
 सरकारी कोई इंतजाम होना चाहिए,
उपज का सही दाम मिल जाय बात बने,
मुँह पर ही नहीं जय किसान होना चाहिए,
*2*
बोलो जै जवानो की पर भूलों न किसानों की,
सीमा पर वीर वो तो देश की ये शान हैं,
एक को शहादत पे तिरंगा मिले अच्छी बात,
दूजे के कफन का नहीं कोई इंतजाम है,
करें व सुरक्षा तो किसान भूख हर रहे,
फिर क्यों सदा ही एक तरफा जय गान है,
अन्न उपजाना गर इसने भी छोड़ दिया,
सुने हिंदुस्तान सारा आफत में जान है,

*3*
डाल पर लटकी है लाश आज भारत की,
देश की हर उन्नति को मेरा धिक्कार है,
जीवन देने वाला रोज जीवन है हार रहा,
देश को किसानों से क्यों जरा सा न प्यार है,
राजनीति के ही कारण अन्नदाता मरता है,
जिसके लिए ये सारा देश ही व्यापार है,
सारी सुविधाएँ मिल जायें गर किसानों को तो,
देश की तरक्की फिर होनी चहुँद्वार है,

सर्वाधिकार सुरक्षित
©®योगेश योगी किसान

ईद मुबारक #Eidmubarak

  झूठों को भी ईद मुबारक, सच्चों को भी ईद मुबारक। धर्म नशे में डूबे हैं जो उन बच्चों को ईद मुबारक।। मुख में राम बगल में छुरी धर्म ध्वजा जो ...