पटवारी की होड़ मची है सबको बनने पटवारी,
ऐरे गैरे नत्थू खैरे चाहिये नौकरी सरकारी,
काका-काकी,चाचा-चाची सबने करो अवेदन है,
कहते घर को काम न कहियो हाथ जोड़ निवेदन है,
बहु-सास ने साथ में भर दओ कर्री चल रई तैयारी,
मोड़ा-मोदी सेटिंग जमा रये कैसे बनने पटवारी,
पटवारी की आड़ में चल रई घर वारन से गद्दारी,
जिओ फ़ोन में गप्पें चल रई ऐसे हो रई तैयारी,
शिवराज के राज में देखो पटवारी की धूम मची,
अंधी होके सारी जनता नाचे देखो गली गली,
डीजे में भी गाना सुनलो पटवारी को बज रओ है,
झूठ बोलकर दुल्हनिया से दूल्हा घोड़ी चढ़ रओ है,
रोजई पेलम-पेल मची है कोचिंग कोचिंग जावे की,
पटवारी आसान समझ रए गप्प से हलुवा खाबे की,
सालन से जो लगे हते बस ओई बाज़ी मार रहे,
बाकी टाइम पास करें है सुन लो सबरे हार रहे,
हमरी सुन लो तुक्का से तुम कोउ न बनहो पटवारी,
जो व्यापम की आय परीक्षा नोई कोनऊ दरबारी,
हमहुँ सब के साथ मे विनती करबी बनबे पटवारी,
काहे से की मक्कारी की नौकरी होती सरकारी,
©® कविता कॉपीरायट
सर्वाधिकार सुरक्षित
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कवि लोधी योगेश मणि 'योगी'
ऐरे गैरे नत्थू खैरे चाहिये नौकरी सरकारी,
काका-काकी,चाचा-चाची सबने करो अवेदन है,
कहते घर को काम न कहियो हाथ जोड़ निवेदन है,
बहु-सास ने साथ में भर दओ कर्री चल रई तैयारी,
मोड़ा-मोदी सेटिंग जमा रये कैसे बनने पटवारी,
पटवारी की आड़ में चल रई घर वारन से गद्दारी,
जिओ फ़ोन में गप्पें चल रई ऐसे हो रई तैयारी,
शिवराज के राज में देखो पटवारी की धूम मची,
अंधी होके सारी जनता नाचे देखो गली गली,
डीजे में भी गाना सुनलो पटवारी को बज रओ है,
झूठ बोलकर दुल्हनिया से दूल्हा घोड़ी चढ़ रओ है,
रोजई पेलम-पेल मची है कोचिंग कोचिंग जावे की,
पटवारी आसान समझ रए गप्प से हलुवा खाबे की,
सालन से जो लगे हते बस ओई बाज़ी मार रहे,
बाकी टाइम पास करें है सुन लो सबरे हार रहे,
हमरी सुन लो तुक्का से तुम कोउ न बनहो पटवारी,
जो व्यापम की आय परीक्षा नोई कोनऊ दरबारी,
हमहुँ सब के साथ मे विनती करबी बनबे पटवारी,
काहे से की मक्कारी की नौकरी होती सरकारी,
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कवि लोधी योगेश मणि 'योगी'