कश्मीर में आतंकियों की पोषक #महबूबा को चेतवानी देती मेरी रचना-
भारत के तिरंगे को गर धोखे से हाथ लगाओगी।
महबूबा अबकी इश्क नहीं गर्दन अपनी कटवाओगी।।
गद्दारी की जात देख लो फिर महबूबा बोली है।
भारत को धमकी देने में जुबा न उसकी डोली है।।
कैसे कैसे साँप पले हैं भारत की इस माटी पर।
आग लगाने तुले हुए हैं पुरखों की परिपाटी पर।।
2 कौड़ी की महबूबा ने फिर अपनी जात बताई है।
आतंकी की लड़की है उसने औकात दिखाई है।।
जैसा जिसका बाप रहा हो वैसी उसकी फसल हुई।
कुत्तों के घर कुत्ते होते घोड़ों की न नसल हुई।।
कश्मीर में आतंकी के आका की ये बोली है।
खून से छाती लाल करो ये आतंकी की टोली है।।
कश्मीर न बाप का इसके भारत का सम्मान है।
घाटी के चप्पे चप्पे पर बसता हिदुस्तान है।।
जुबा नहीं क्यों काटी इसकी जिंदा नहीं जलाया क्यों?
झंडे को जब गाली दी तो गरदन नहीं उड़ाया क्यों?
इन जैसे गद्दारों के ही कारण सैनिक मरता है।
गठबंधन क्यों इन भड़वों से सत्ता खतिर करता है।।
महबूबा को आज बता दो घर मे घुस कर मारेंगे।
आँख उठी जो भारत पर तो दोनों आखँ निकालेंगे।।
घाटी के शैतानों को अब खत्म तुम्हें करना होगा।
पाक परस्ती वाले लोगों से पहले लड़ना होगा।।
बहुत हो चुका खत्म करो महबूबा मुफ्ती का किस्सा।
भरकर पीतल सीने लिख दो भारत का ये है हिस्सा।।
©®योगेश योगी किसान
सर्वाधिकार सुरक्षित
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भारत के तिरंगे को गर धोखे से हाथ लगाओगी।
महबूबा अबकी इश्क नहीं गर्दन अपनी कटवाओगी।।
गद्दारी की जात देख लो फिर महबूबा बोली है।
भारत को धमकी देने में जुबा न उसकी डोली है।।
कैसे कैसे साँप पले हैं भारत की इस माटी पर।
आग लगाने तुले हुए हैं पुरखों की परिपाटी पर।।
2 कौड़ी की महबूबा ने फिर अपनी जात बताई है।
आतंकी की लड़की है उसने औकात दिखाई है।।
जैसा जिसका बाप रहा हो वैसी उसकी फसल हुई।
कुत्तों के घर कुत्ते होते घोड़ों की न नसल हुई।।
कश्मीर में आतंकी के आका की ये बोली है।
खून से छाती लाल करो ये आतंकी की टोली है।।
कश्मीर न बाप का इसके भारत का सम्मान है।
घाटी के चप्पे चप्पे पर बसता हिदुस्तान है।।
जुबा नहीं क्यों काटी इसकी जिंदा नहीं जलाया क्यों?
झंडे को जब गाली दी तो गरदन नहीं उड़ाया क्यों?
इन जैसे गद्दारों के ही कारण सैनिक मरता है।
गठबंधन क्यों इन भड़वों से सत्ता खतिर करता है।।
महबूबा को आज बता दो घर मे घुस कर मारेंगे।
आँख उठी जो भारत पर तो दोनों आखँ निकालेंगे।।
घाटी के शैतानों को अब खत्म तुम्हें करना होगा।
पाक परस्ती वाले लोगों से पहले लड़ना होगा।।
बहुत हो चुका खत्म करो महबूबा मुफ्ती का किस्सा।
भरकर पीतल सीने लिख दो भारत का ये है हिस्सा।।
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